नमस्कार। वैदिक ऐस्ट्रो केयर में आपका हार्दिक अभिनंदन है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य आदि नव ग्रहों का मानव जीवन के पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक, आदि प्रत्येक पहलुओं पर विशिष्ट प्रभाव पड़ता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। अतः मानव जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए, एवं सामाजिक पद प्रतिष्ठा के लिए जो बहुत आवश्यक है, वह है आजीविका का साधन। अर्थात धनोपार्जन के लिए व्यवसाय या जॉब आदि। ग्रह और ग्रहों की चाल हमारे जीवन में इस पक्ष को पूर्ण रूप से प्रभावित करता है। यदि जन्मकुंडली में ग्रह शुभ हों तो आजीविका का साधन सहज ही प्राप्त होता है। किंतु यदि ग्रह स्थिति अशुभ हो तो व्यक्ति को जीवन पर्यंत आजीविका के लिए संघर्ष ही करना पड़ता है। आज हम नौकरी से जुड़ी हुई ग्रहों की चाल उनकी शुभाशुभ स्थिति एवं राशि अनुसार आजीविका प्राप्ति के लिए उपायों पर चर्चा करेंगे। आप बने रहें वीडियो के अंत तक हमारे साथ, एवं वैदिक ऐस्ट्रो केयर चैनल को सब्सक्राइब कर नए वीडियो के नोटिफिकेशन की जानकारी के लिए वैल आइकन दबाकर ऑल सेलेक्ट अवश्य करें। जन्मकुंडली में उपस्थित ग्रहयोगों की उचित जानकारी ना होने से, एवं ग्रहों की चाल के प्रभावों को नजरअंदाज करके व्यक्ति अर्थोपार्जन के लिए जीवन पर्यंत प्रयास करता ही रहता है। लेकिन ग्रहों के दुष्प्रभावों के चलते हमें या तो जॉब नहीं मिल पाती है या ऐसी जॉब मिलती है जो हम मन मार के करने को मजबूर होते हैं या फिर नौकरी में अनेकों तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। और यही स्थिति व्यापार में भी होती है। व्यक्ति ग्रहों के प्रभाव में पड़कर, कभी कभी ऐसा व्यापार करता है कि जीवन पर्यंत ना तो उचित धनोपार्जन कर पाता है, और ना ही उस कार्य को छोड़ पाता है। प्रत्येक व्यक्ति को कुंडली और ग्रहों की समझ नहीं होती है ऐसे में यह दुविधा होना स्वाभाविक भी है। कहीं आपकी कुंडली में कोई दोष तो नहीं, जिसकी वजह से आजीविका प्राप्ति में कोई समस्या हो? यदि आप भी इस तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं तो अपनी जन्मपत्रिका के सशुल्क विश्लेषण हेतु स्क्रीन पर दिए गए नम्बरों के माध्यम से हमसे सम्पर्क कर सकते हैं। नौकरी या व्यवसाय दिलवाने में शनि ग्रह की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है क्योंकि वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह को नौकरी का कारक ग्रह माना गया है। ऐसे में धनोपार्जन के लिए कुंडली में शनि शुभ और बली स्थिति में होना बहुत आवश्यक होता है। इसके अलावा जिन व्यक्तियों की जन्म कुंडली में सूर्य दशम भाव या एकादश भाव में मजबूत स्थिति में होता है उन्हें भी नौकरी में सफलता और मनचाही नौकरी प्राप्त होती है। सरकारी नौकरी की तरफ अधिकांश युवाओं का झुकाव होता है। हालांकि सरकारी क्षेत्र में सफलता तभी प्राप्त होती है जब कुंडली में कुछ विशेष ग्रहों की स्थिति, शुभ भावों में होती है। अन्यथा आमतौर पर देखा गया है कि लाख कोशिश करने के बाद भी व्यक्ति को सरकारी नौकरी नहीं मिल पाती है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रह को सरकार और सरकारी कामों का कारक ग्रह माना गया है। ऐसे में जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य प्रबल स्थिति में होते हैं उन्हें सरकारी नौकरी का सुख मिलता है। इसके अलावा कुंडली का दसवां भाव आजीविका और करियर से संबंधित माना जाता है और कुंडली का छठा भाव नौकरी को दर्शाता है। ऐसे में, जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य बली होकर दशम भाव में बैठा हुआ है या फिर दशम भाव पर सूर्य की दृष्टि हो उन्हें सरकारी नौकरी प्राप्त होती है। इसके अतिरिक्त जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य और शनि शुभ भावों में उपस्थित हों ऐसे लोगों के जीवन में भी सरकारी नौकरी के योग बनते हैं। कुंडली में यदि सूर्य बली होकर छठे भाव में स्थित हो ऐसे व्यक्तियों को भी सरकारी नौकरी का सुख प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य सिंह यानी स्वराशि या फिर उच्च राशि यानी कि मेष में स्थित होता है उन्हें भी सरकारी नौकरी या फिर सरकार से जुड़कर काम करने का अवसर मिलता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो सूर्य ग्रह का व्यक्ति की नौकरी और विशेष तौर पर सरकारी नौकरी में विशेष योगदान होता है इसलिए जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति या बली ना हो उन्हें सूर्य को मजबूत करने के लिए नियमित तौर पर आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ, और सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए। यदि व्यक्ति की जन्मकुंडली में सूर्य और राहु, या फिर चंद्र और केतु का ग्रहण योग हो ऐसी स्थिति में व्यक्ति को नौकरी में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति मजबूत अवस्था में ना हो उन्हें भी नौकरी से संबंधित परेशानियां उठानी पड़ सकती है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में दशम भाव, छठा भाव, एकादश भाव का स्वामी शुभ स्थिति में ना हो उन्हें भी आजीविका के लिए परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। जिन व्यक्तियों की कुंडली में शनि ग्रह पीड़ित अवस्था में हो उन्हें स्वाभाविक तौर पर नौकरी में परेशानियां उठानी पड़ती है। मेष राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए गणेश जी की पूजा करें और उन्हें हरी दूर्वा घास अर्पित करें। वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए भगवान शिव की पूजा करें और उन्हें धूप दीप अर्पित करें। मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए हनुमान जी की पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। कर्क राशि के जातकों के लिए शनि ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए शनिदेव की पूजा करें और विशेष तौर पर शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाएं। सिंह राशि के जातकों के लिए चंद्रमा ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए शिवलिंग पर जल अर्पित करें। कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें और गायत्री मंत्र का जाप करें। तुला राशि के जातकों के लिए बृहस्पति ग्रह नौकरी कारक ग्रह है अतः आजीविका के लिए केले के पेड़ की पूजा करें और सम्भव हो तो गुरुवार का व्रत करें। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए शुक्रवार का व्रत करें और सफेद वस्तुओं का दान करें। धनु राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए मंगलवार का व्रत और हनुमान चालीसा का पाठ करें। मकर राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए गणेश जी की पूजा करें और उन्हें लड्डू अर्पित करें।कुंभ राशि के जातकों के लिए चंद्र ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए चंद्रमा को दूध से अर्घ्य अर्पित करें और शिवलिंग पर चंदन चढ़ाएं।मीन राशि के जातकों के लिए शनि ग्रह नौकरी कारक ग्रह है। अतः आजीविका के लिए शनिदेव की पूजा करें और पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। यदि अथक प्रयासों के बाद भी आपको आजीविका का साधन नहीं मिल पा रहा है तो आपको विधिविधान से शनिवार के व्रत धारण करने चाहिए। साथ ही शीघ्र लाभ के लिए शुक्ल पक्ष के सोमवार को शुभ मुहूर्त में, रुद्राभिषेक करवाना श्रेष्ठ उपाय रहता है। इंटरव्यू देने जाते समय गाय को आटा और गुड़ अवश्य खिलाएं। जब भी जॉब के लिए या इंटरव्यू के लिए घर से निकलें दही और चीनी खाकर निकलें। इस प्रकार आजीविका प्राप्त करने के लिए आप अनेक प्रकार के सहज उपाय कर सकते हैं। किन्तु यदि अनेक उपायों से भी कोई फल न मिल पा रहा हो तो आप हमसे बात करके अपनी समस्याओं का हल जान सकते हैं। वैदिक ऐस्ट्रो केयर आपके मंगलमय जीवन हेतु कामना करता है , नमस्कार।
सोमवार, 7 जून 2021
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