रविवार, 26 जुलाई 2020

शुक्र का मिथुन राशि में गोचर ,1 अगस्त 2020

शुक्र का मिथुन राशि में गोचर ,1 अगस्त 2020

नमस्कार।

वैदिक एस्ट्रो केयर में आपका हार्दिक अभिनंदन है। नैसर्गिक रूप से शुभ ग्रह कहे जाने वाले, वृषभ और तुला राशि के स्वामी तथा साहित्य संगीत कला, सौंदर्य के कारक ग्रह, शुक्र का गोचर 1 अगस्त 2020 को 5 बजकर 09 मिनट पर मिथुन राशि में हो रहा है। शुक्र ग्रह 1 सितंबर सुबह 2 बजकर 02 मिनट तक मिथुन राशि में ही स्थित रहेंगे। शुक्र के इस गोचर का प्रभाव मेष आदि सभी बारह राशियों के जातकों के पारिवारिक, आर्थिक, सामाजिक जीवन के साथ साथ विशेष रूप से दाम्पत्य जीवन पर भी पड़ेगा। अतः अपनी चन्द्र राशि पर पड़ने वाले शुक्र ग्रह के प्रभाव को जानने हेतु आप बनें रहें वीडियो के अंत तक हमारे साथ, एवं वैदिक एस्ट्रो केयर चैनल को सब्सक्राइब कर नए नोटिफिकेशन की जानकारी के लिए वैल आइकन दबाकर ऑल सेलेक्ट अवश्य करें।

तो आइये जानते हैं शुक्र के राशि परिवर्तन से आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है।


सर्वप्रथम बात करते हैं राशिचक्र की प्रथम राशि मेष के बारे में

शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव में होगा। यह भाव साहस पराक्रम और छोटे भाई-बहनों से आपके संबंधों का होता है। यदि आप रचनात्मक कार्य जैसे- अभिनय, संगीत आदि में रुचि रखते हैं तो इस दौरान आपको अपनी कला को प्रदर्शित करने का पूरा मौका मिलेगा, इसके साथ ही आप अपने रचनात्मक कार्य को ही अपने व्यवसाय में बदल सकते हैं। शुक्र के तृतीय भाव में विचरण करने से आपको मनपसंद जगहों पर घूमने का भी इस दौरान मौका मिलेगा। शुक्र को प्रेम का कारक ग्रह भी माना जाता है इसलिये इस दौरान आपके प्रेम जीवन में भी सुधार आने की पूरी संभावना है। आप अपने संगी के साथ रोमांटिक पल बिता पाएंगे। हालांकि आपको शारीरिक रुप से ज्यादा आत्मिक रुप से अपने संगी से जुड़ने की कोशिश इस दौरान करनी चाहिये। सामाजिक स्तर पर भी इस राशि के लोगों को अच्छे फल मिलेंगे। दोस्तों के साथ भी अच्छा समय बिता सकते हैं। यदि नवविवाहित हैं तो आपके जीवन में किसी नये मेहमान की दस्तक होने की पूरी संभावना है। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह गोचर अच्छा रहेगा लेकिन अत्यधिक ठंडा खाना न खाएं नहीं तो सर्दी-जुकाम हो सकता है।

उपाय- कोई भी काम शुरु करने से पहले पिता या पितातुल्य लोगों से सलाह अवश्य लें।

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों के द्वितीय भाव में शुक्र देव का गोचर होगा। यह भाव आपके परिवार और धन का होता है। इस भाव में शुक्र देव की स्थिति से पारिवारिक जीवन में सुधार आएंगे। आप काम से वक्त निकालकर अपने परिवार के लोगों के साथ वक्त बिताना पसंद करेंगे, कहीं घूमने-फिरने का भी प्लान बन सकता है। यह गोचर आपको आत्मबल प्रदान करेगा और अपने विचारों को मूर्त रुप देने की आप पूरी कोशिश करेंगे। आपकी वाणी में भी मिठास बनी रहेगी जिससे आपके आसपास के लोग आकर्षित होंगे। किसी करीबी को दी गई आपकी सलाह सही साबित हो सकती है। द्वितीय भाव धन का भाव भी होता है और इस भाव में सौंदर्य के कारक ग्रह शुक्र का होना यह दर्शाता है कि आप खुद को खूबसूरत दिखाने के लिये इस दौरान खर्चा कर सकते हैं। हालांकि हमारी आपको यही सलाह रहेगी कि इस दौरान ज्यादा से ज्यादा बचत करने की कोशिश करें। इस अवधि में कर्ज लेने या देने से बचें। यदि रचनात्मकता से जुड़े किसी व्यवसाय में हैं या अभिनय, संगीत आदि की शिक्षा ले रहे हैं तो इस दौरान अचानक आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है, हालांकि इससे आपकी आर्थिक स्थिति पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो वृषभ राशि के जातकों के लिये शुक्र का यह गोचर अनुकूलता लिये हुए है।

उपाय- शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं का दान करें।

मिथुन

शुक्र ग्रह का गोचर आपके लग्न भाव यानि प्रथम भाव में हो रहा है। यह भाव आपके शरीर, व्यक्तित्व, बुद्धि और सौभाग्य की जानकारी देता है। इस भाव में शुक्र ग्रह के होने से आप खुद में सकारात्मक बदलाव करने की कोशिशें करेंगे। खुद को यंग रखने के लिये आप योग, व्यायाम आदि का सहारा ले सकते हैं और साथ ही सौंदर्य उत्पादों का इस्तेमाल करने से भी आप पीछे नहीं हटेंगे। इस राशि के जो जातक शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें भी शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलने के पूरे योग हैं। बात करें इस राशि के उन जातकों की जो प्रेम संबंधों में पड़े हैं तो इस अवधि में आपमें रोमांस की अधिकता देखी जाएगी। आपका संगी आपके प्रति आकर्षण महसूस करेगा। इस राशि के जो जातक अब तक सिंगल हैं वो मिंगल कर सकते हैं। आप अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने में भी कामयाब होंगे और पसंदीदा चीजों पर धन खर्च भी करेंगे। हालांकि आपको दिखावा करने के लिये किसी भी तरह की वस्तु नहीं खरीदनी चाहिये नहीं तो आने वाले वक्त में इससे आपको पछतावा भी होगा। इस राशि के जातक कुछ नया सीखने के लिये इस अवधि में तत्पर रहेंगे। अपने वक्त की कीमत को समझते हुए इस दौरान आपको आगे बढ़ना चाहिये। स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाए तो यह समय ठीकठाक रहेगा, एलर्जी होने की संभावना है इसलिये आपको उन स्थितियों से और पदार्थों से दूर रहना चाहिये जिनके कारण आपको एलर्जी होती है। कोई बड़ी बीमारी लगने की संभावना नहीं है।

उपाय- किसी भी कार्य के लिये माता-पिता का आशीर्वाद लेकर घर से निकलें।

कर्क

कर्क राशि के जातकों के द्वादश भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। द्वादश भाव को हानि का भाव भी कहा जाता है और इससे नुक्सान, अलगाव, लंबी यात्रा, विदेश आदि के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर कर्क राशि के उन जातकों के लिये तो अच्छा रहेगा जो विदेशों से जुड़ा व्यापार या विदेशी कंपनियों में काम करते हैं लेकिन बाकी लोगों को इस गोचर के दौरान परेशानियां आ सकती हैं। इस अवधि में आपको बहुत सोच समझकर आगे बढ़ने की जरुरत है। आपके माता का स्वास्थ्य इस दौरान खराब हो सकता है जिसके कारण आपकी मानसिक चिंता बढ़ सकती है। ऐसे समय में आपको अपनी माता को ज्यादा से ज्यादा समय देना चाहिये। इस समय यदि आप किसी तरह का परिवर्तन करने वाले हैं तो शुरुआत में तो वो आपको ठीक लगेगा लेकिन आगे चलकर आप उस परिवर्तन के कारण परेशान हो सकते हैं, वैसे भी कर्क राशि के जातक आसानी से परिवर्तन को पसंद नहीं करते। इस राशि के शादीशुदा जातकों की बात की जाए तो उनके लिये भी यह समय अनुकूल नहीं है, जीवनसाथी के साथ मनमुटाव की स्थिति बन सकती है। इसलिये आपको किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से पहले एक बार सोचना अवश्य चाहिये। वहीं जो लोग नौकरी पेशा हैं, खासकर सरकारी नौकरी से संबंधित जातकों का तबादला ऐसी जगह हो सकता है जहां वो जाना नहीं चाहते थे। स्वास्थ्य को लेकर भी आपको सावधान रहना होगा, आंखों से संबंधी समस्याएं इस राशि के लोगों को परेशान कर सकती हैं।

उपाय- घर या ऑफिस में शुक्र यंत्र की स्थापना करें।

सिंह

सिंह राशि के जातकों के एकादश भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। एकादश भाव को लाभ भाव कहा जाता है और इससे आपकी कामनाओं, इच्छाओं, बड़े भाई-बहनों से आपके संबंधों के बारे में पता चलता है। इस भाव में शुक्र की स्थिति का आपको पूर्ण लाभ मिलेगा। यदि आप लंबे समय से किसी काम को कर रहे थे और अब तक आपको कोई सफलता नहीं मिली थी तो अब उसके मिलने की पूरी संभावना है। जो जातक नौकरी पेशा हैं उन्हें भी कार्यक्षेत्र में इस दौरान सराहना मिलेगी और मेहनत का अच्छा फल मिलेगा। सिंह राशि के जो भी जातक इस अवधि में यात्राएं करेंगे उन्हें यात्राओं से लाभ होगा। अपने परिवार के साथ कहीं घूमने का प्लान बना रहे थे तो उसे भी इस गोचर के दौरान पूरा कर सकते हैं। इंटरनेट और सोशल मीडिया से इस राशि के जातकों को फायदा होने की भी उम्मीद है। महिलाओं से इस राशि के लोगों को लाभ की प्राप्ति होगी। इस राशि के प्रेमी-प्रेमिकाओं की बात की जाए तो समय अच्छा रहेगा। रोमांस की अधिकता आपके अंदर रहेगी। इस राशि के जो जातक स्कूल या कॉलेज में हैं वो अपनी प्रतिभा को निखारने के लिये इस दौरान निरंतर प्रयास करेंगे।

उपाय- शुक्र के शुभ फल प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन प्रातः सूर्योदय से पहले उठें।


कन्या

बुध के स्वामित्व वाली कन्या राशि के जातकों के दशम भाव में शुक्र का गोचर होगा। काल पुरुष की कुंडली में दशम भाव मकर राशि का होता है और इस भाव से आपके व्यवसाय, नौकरी, नेतृत्व, पिता आदि के बारे में पता चलता है। इस भाव में शुक्र के गोचर से आपका भाग्योदय होगा। कार्यक्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी। जिस भी काम को आप इस दौरान शुरु करेंगे उसे पूरा करके ही रहेंगे। भाग्य का साथ आपको कदम-कदम पर मिलेगा। आपके जीवन में सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी। यदि कोई नया सामान खरीदना चाहते हैं तो यह समय अनुकूल है। घर के ऑफिस के अच्छे माहौल के कारण आपको मानसिक शांति अनुभव होगा। परिवार के लोग हर स्थिति में आपका सहयोग करेंगे। यदि आप पारिवारिक व्यवसाय करते हैं तो यह समय फायदेमंद रहेगा, व्यापार को नयी दिशा मिल सकती है। इस राशि के जो जातक फिल्म जगत से जुड़े हैं वो भी इस दौरान सफलता अर्जित करेंगे। जिस भी प्रॉजेक्ट से आप जुड़े हैं उसके सफल होने की पूरी-पूरी संभावना है। यह गोचर कन्या राशि के लोगों के लिये अनुकूल है इसलिये अपने प्रयासों को पूरा करने के लिये इस दौरान उन्हें ज्यादा से ज्यादा मेहनत करनी चाहिये। आज की गई मेहनत आपके भविष्य को भी सुधार सकती है।

उपाय-प्रतिदिन सुबह के समय शुक्र बीज मंत्र का जाप करें।

तुला

आपकी राशि के नवम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। नवम भाव धनु राशि का होता है जिसका स्वामी ग्रह बृहस्पति है। काल पुरुष कुंडली के इस भाव से धर्म, सौभाग्य, लंबी यात्राओं, आध्यात्म आदि के विचार किया जाता है। इस भाव में शुक्र के गोचर से आपकी बौद्धिक क्षमता को मजबूती मिलेगी। इस राशि के जो लोग शोध कार्य से जुड़े हैं उनके लिये यह समय बेहत अनुकूल साबित होगा। वहीं विद्यार्थी वर्ग के जातक भी कई कठिन विषयों को समझने में भी इस दौरान सफल होंगे। आप अपने ज्ञान को लगातार बढ़ाने की दिशा में अग्रसर होंगे। अपने व्यवहार और अच्छी वाणी से आप परिवार के माहौल में भी सकारात्मकता ला सकते हैं। बात करें इस राशि के लोगों के प्रेम जीवन की तो यह समय रोमांस से भरा रहेगा। आप अपने लवमेट के साथ अच्छा समय बिता पाएंगे। जो लोग प्रेम संबंधों को शादी के बंधन में बांधना चाहते हैं वो भी इस दौरान सफल हो सकते हैं। हालांकि आपको सुंदरता या शरीर से ज्यादा अपने साथी से भावनात्मक रुप से जुड़ना चाहिये। इससे आपका रिश्ता और मजबूत होगा। स्वास्थ्य को लेकर इस राशि के जातकों को सतर्क रहने की जरुरत है पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। खुद को फिट रखने के लिये योग, रनिंग या व्यायाम करें।

उपाय-हमेशा गुरुजनों का सम्मान करें और उनका आशीर्वाद लें।

वृश्चिक

शुक्र का गोचर आपके अष्टम भाव में होगा। यह भाव को आयुर भाव भी कहा जाता है। यह भाव जीवन में आने वाली बाधाओं, दुर्घटना, पैतृक संपत्ति, युद्ध, शत्रु आदि के बारे में जानकारी देता है। इस भाव में शुक्र का गोचर आपके लिये बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता इसलिये आपको इस दौरान बहुत संभलकर रहना होगा। पारिवारिक जीवन में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि परिवार के लोग आपकी बातों का गलत मतलब निकाल रहे हैं। इसलिये अपनी बातों को बहुत स्पष्टता के साथ आपको रखना होगा। दांपत्य जीवन में जीवनसाथी की खराब तबीयत आपकी परेशानी का सबब बन सकती है। वहीं आपको भी अपने स्वास्थ्य का इस दौरान ध्यान रखना होगा आंखों और गुप्तांगों से जुड़ी परेशानी होने की संभावना है। आपको सलाह दी जाती है कि स्वच्छता बनाए रखें। प्रेम जीवन में भी संगी के साथ अहम का टकराव हो सकता है। अपनी वाणी पर इस दौरान संयम रखें नहीं तो रिश्ता खराब हो सकता है। हालांकि इस राशि के कुछ जातकों को इस समयावधि में गिफ्ट या कोई अच्छा सरप्राइज मिल सकता है। इस गोचर के दौरान यदि अच्छे फल प्राप्त करना चाहते हैं तो मेहनत जारी रखें और मन में शांति बनाए रखें, इसके लिये आप योग-ध्यान का सहारा ले सकते हैं।

उपाय- शुक्रवार के दिन माता दुर्गा की पूजा करें।

धनु

शुक्र ग्रह का गोचर धनु राशि के सप्तम भाव में होगा। यह भाव जीवनसाथी और साझेदारियों का होता है। इस भाव में शु्क्र के गोचर से आपके पारिवारिक जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। घर के किसी सदस्य से यदि अनबन चल रही थी तो वो दूर हो सकती है। माता-पिता का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। वहीं सामाजिक स्तर पर भी आप अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे और दोस्तों या जान-पहचान के लोगों से आपको लाभ की प्राप्ति होगी। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा लेकिन आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य आपकी परेशानी का सबब बन सकता है। उनका ख्याल रखें और ज्यादा से ज्यादा उनके साथ वक्त बिताएं। साथ ही आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति भी सतर्क होना होगा, बीमारियों से बचने के लिए समय-समय पर पानी पीते रहें। इस राशि के जो जातक साझेदारी में व्यापार कर रहे हैं उन्हें व्यापार में फायदा मिलने की पूरी संभावना है। अपने व्यापार को फैलाने के बारे में भी इस अवधि में विचार कर सकते हैं। इस राशि के जो लोग अब तक सिंगल हैं उन्हें इंटरनेट या दोस्तों के जरिये अपना संगी मिल सकता है। इस गोचर के दौरान आप अपने खर्चों पर भी काबू रखेंगे जिसके चलते अच्छी बचत कर पाने में कामयाब होंगे।

उपाय- स्फटिक की माला धारण करें।

मकर

मकर राशि के जातकों के षष्ठम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। इस भाव को रिपु भाव भी कहा जाता है और इससे रोग, ऋण, शत्रु आदि के बारे में विचार करते हैं। इस भाव में शुक्र का गोचर मकर राशि के लोगों के लिये बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। पारिवारिक जीवन में इस दौरान आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। छोटी-छोटी बातों को लेकर घर के लोगों से मनमुटाव हो सकता है। ऐसे समय में आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा और कम से कम बोलना होगा। जितना आप चुप रहेंगे उतनी परेशानियां कम हो जाएंगी। नौकरी पेशा और व्यवसायी लोगों को भी संभलकर रहना होगा, धोखा मिलने की संभावना है। कार्यक्षेत्र में महिला सहकर्मियों से सोच-समझकर बात करें नहीं तो मान-सम्मान की हानि हो सकती है। प्रेम में पड़े इस राशि के जातकों के लिये भी यह समय अच्छा नहीं है, किसी वजह से आपका संगी आपसे दूर हो सकता है। यह ऐसा समय है जब शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए आपको दोगनी मेहनत करनी पड़ेगी। इसलिये इस दौरान आलस्य को त्याग कर आगे बढ़ते रहें। आपके विरोधी भी इस दौरान सक्रिय रहेंगे और उनके द्वारा आपके खिलाफ साजिश हो सकती है। स्वास्थ्य की बात की जाए तो, आपको बाहर का तला-भुना खाना खाने से दूर रहना चाहिये नहीं तो पेट से संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।

उपाय- रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करना शुभ रहेगा।

कुंभ

शुक्र का गोचर आपके पंचम भाव में होगा। यह भाव संतान भाव के रुप में भी जाना जाता है और इससे शिक्षा और प्रेम संबंधों पर भी विचार किया जाता है। इस भाव में शुक्र के गोचर से आपको इस अवधि में अच्छे फल मिलेंगे। पारिवारिक जीवन की बात की जाए तो लोगों के बीच सामंजस्य बना रहेगा जिससे आपको भी खुशी प्राप्त होगी। आप घर के लोगों के साथ भविष्य को लेकर कोई नई योजना बना सकते हैं। आर्थिक पक्ष को सुधारने के लिये माता-पिता से सलाह लेना भी आपके लिये लाभदायक रहेगा। इस राशि के विवाहित लोगों को अपनी संतान से लाभ की प्राप्ति होगी। आपके बच्चे कुछ ऐसा कर सकते हैं जिससे समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। यदि आपकी माता नौकरी पेशा हैं तो इस गोचर से उनको भी लाभ होने की संभावना है। प्रॉपर्टी के क्रय-विक्रय से भी आप फायदे की स्थिति में रहेंगे। कुंभ राशि के लोग अक्सर अपनी भावनाओं को आसानी से व्यक्त नहीं करते जिस कारण वो खुद को ही परेशान करते हैं, इस अवधि में आपको ऐसा करने से बचना चाहिये और खुद को ज्यादा से ज्यादा व्यक्त करने की कोशिश करनी चाहिये। यदि आप किसी से प्रेम करते हैं या शादीशुदा हैं तो अपने पार्टनर के सामने खुलकर अपनी बातें रखें इससे उनको खुशी होगी।

उपाय- श्री सूक्त का पाठ करना आपके लिये शुभ रहेगा।

मीन

शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान कर्क राशि का होता है और इससे सुख, माता, भूमि, गुप्त प्रेम संबंध आदि के बारे में विचार किया जाता है। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको भाई-बहनों से लाभ की प्राप्ति होगी और यदि उनके साथ किसी तरह का मनमुटाव था तो वो भी दूर हो सकता है। मानसिक रुप से आप शांत रहेंगे लेकिन माता का स्वास्थ्य आपको परेशान कर सकता है। कार्यक्षेत्र की बात की जाए तो कुछ परेशानियों का सामना कार्यक्षेत्र में करना पड़ सकता है। संभव है कि आपको ऐसा महसूस हो कि जो काम आप कर रहे हैं आप उसके लिये नहीं बने हैं। हालांकि ऐसे समय में आपको जल्दबाजी में जॉब छोड़ने का फैसला नहीं करना चाहिये। इस दौरान प्रेम से जुड़े मामलों में भी आपको दिक्कतें आएंगी, अपने संगी से आपको कोई भी ऐसा वादा इस समय नहीं करना चाहिये जिसे निभाना आपके सामर्थ्य में नहीं है। दांपत्य जीवन में प्रवेश कर चुके लोगों को जीवनसाथी से गिले-शिकवे खत्म करके आगे बढ़ना चाहिये। इस राशि के जातकों के स्वास्थ्य में इस गोचर के दौरान कुछ कमी आ सकती है। खांसी, जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियां आपको परेशान करेंगी। इस अवधि में आपको ठंडे पदार्थों को खाने से बचना चाहिये नहीं तो समस्या और बढ़ सकती है।

उपाय- शुक्र की मजबूती के लिये आपको शक्कर का दान करना चाहिये।

वैदिक एस्ट्रो केयर आपके मंगलमय जीवन हेतु कामना करता है, नमस्कार

Vedic Astro Care | वैदिक ज्योतिष शास्त्र

Author & Editor

आचार्य हिमांशु ढौंडियाल

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